कामना और उपासना ।।

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जबतक कामनाएं रहेगीं , उपासना नहीं होगी । जबतक उपासना नहीं होगी , तबतक भगवद् प्राप्ति नहीं होगी । और जबतक भगवद् प्राप्ति नहीं होगी, कामनाएं नहीं जाएगीं । 
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तो एक ऊपाए निकाला गया, "'अपनी समस्त कामनाओं को हरि गुरू की ओर मोड़ दो "
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अपनी कामनाओं को हरि गुरू के निमित्त कर दो , फिर उपासना करो । भगवद् प्राप्ति हो जाएगी ।
:- श्री महाराज जी ( कामना और उपासना भाग -२ ) 
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