Ask it shall be given, seek you shall find, knock it shall be open for you. Humble yourself unto the almighty hands of God so that He may exult in due time” - Bible

हमारे गुरुदेव की एक उपाधि है निखिल दर्शन समन्वयाचार्य | उन्होंने सभी धर्मों का समन्वय किया है | अपनी प्रकट लीला में उन्होंने वर्तमान समय में प्रचलित सभी पर्वों जैसे मदर्स डे , फादर्स डे, करवा चौथ , क्रिसमस आदि को मनाया है | उन्होंने यह सिद्ध किया है कि सभी धर्मों का एक ही प्रयोजन है- भगवान के प्रति सम्पूर्ण शरणागति और उनके श्री चरणों में प्रेम !  

सब कर मत खगनायक एहा | करिय राम पद पंकज नेहा ||
जहँ लगि साधन वेड बखानी | सब कर फल हरि भगति भवानी ||
                                                              रामचरितमानस

कोई भी पंथ हो, धर्म हो, संत हो सब एक ही बात कहते हैं- “Ask it shall be given, seek you shall find, knock it shall be open for you. Humble yourself unto the almighty hands of God so that He may exult in due time” - Bible 

अतएव कोई भी पर्व हो, हमारे लिए अपने आराध्य, अपने इष्ट के प्रति समर्पण और प्रेम बढ़ने का पवित्र बहाना है | एक संत का प्राकट्य दिवस होने के कारण यह बड़ा दिन तो था ही, श्री महाराज जी से "मेरी राधे दिवस" नाम पाकर यह और भी बड़ा बड़ा दिन हो गया है क्योंकि प्रेम की साक्षात् मूर्ती राधा रानी हैं, जिनकी आराधना स्वयं ब्रह्म श्री कृष्ण भी करते हैं, उनसे इस पावन दिवस और भी पावन बड़े दिन को राधा नाम के गुण गान से और भी बड़ा बनायें ! सभी को मेरी राधे दिवस की बहुत बहुत बधाई |
                                                                                                       

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"जाके प्रिय न राम बैदेही ।तजिये ताहि कोटि बैरी सम, जदपि प्रेम सनेही ।।

नहिं कोउ अस जन्मा जग माहीं | प्रभुता पाइ जाहि मद नाहीं ||

प्रपतिमूला भक्ति यानि अनन्य भक्ति में शरणागति के ये छ: अंग अति महत्वपूर्ण है :- १. अनुकूलस्य संकल्प: २.प्रतिकुलस्य वर्जनम् ३.रक्षिष्यतीति विश्वास: ४.गोप्तृत्व वरणम् ५.आत्मनिक्षेप एवं ६. कार्पव्यम् ।